• कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ पर हमला शर्मनाक, दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई : रेखा शर्मा

    भाजपा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक पत्र लिखकर 13 मार्च को पटियाला में सेना के अधिकारी कर्नल पुष्पिंदर बाठ और उनके बेटे पर हुए बर्बर हमले की कड़ी निंदा की

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    नई दिल्ली। भाजपा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक पत्र लिखकर 13 मार्च को पटियाला में सेना के अधिकारी कर्नल पुष्पिंदर बाठ और उनके बेटे पर हुए बर्बर हमले की कड़ी निंदा की। इस घटना में पंजाब पुलिस के कर्मियों ने एक मामूली पार्किंग विवाद को लेकर कर्नल बाठ और उनके बेटे के साथ हिंसक मारपीट की।

    सांसद रेखा शर्मा ने घटना को पूरे देश के लिए शर्मनाक करार देते हुए पत्र में कहा है कि इस जघन्य कृत्य ने न केवल देश के सैनिकों बल्कि पूरे राष्ट्र की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा, "यह चिंताजनक है कि इस घटना के बावजूद अब तक दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। केवल निलंबन ही पर्याप्त नहीं है, यह अपराध की गंभीरता को कम करके देखने जैसा है।"

    सांसद ने मांग की कि सभी दोषी पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और मामले की जांच एक निष्पक्ष और स्वतंत्र एजेंसी से करवाई जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित धाराओं में सख्त एफआईआर दर्ज की जाए और पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि उन पर कोई दबाव न डाला जा सके।

    उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्राथमिकी को इस प्रकार दर्ज किया गया है जिससे असली दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है और पीड़ित पक्ष को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। रेखा शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर न्याय में देरी की गई या इसे दबाने का प्रयास किया गया, तो यह पूरे देश के लिए गलत संदेश होगा।

    सांसद ने कहा, "हमारे सैनिक देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटते। अगर देश के अंदर ही उनके साथ इस प्रकार की हिंसा होगी और उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होगा। यह पंजाब सरकार की नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई करे।"

    उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि इस मामले में कोई कोताही न बरती जाए और सभी दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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